शुक्रवार, 10 अगस्त 2007

आँखों में जल रहा है क्यूँ

आँखों में जल रहा है क्यूँ बुझता नहीं धुआँ
उठता तो है घटा सा, बरसता नहीं धुआँ

चूल्हे नहीं जलाये या बस्ती ही जल गई
कुछ रोज़ हो गये हैं अब, उठता नहीं धुआँ

आँखों के पोंछने से लगा आँच का पता
यूँ चेहरा फेर लेने से, छुपता नहीं धुआँ

आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं
मेहमान ये घर में आयें तो, चुभता नहीं धुआँ

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Vocabulary:
आँच = flame, warmth, fervor
मरासिम = relations, relationships

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Aankhon mein jal raha hai kyun

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