शुक्रवार, 10 अगस्त 2007

परेशाँ रात सारी है

परेशाँ रात सारी है, सितारों तुम तो सो जाओ
सुकूते मर्ग तारी है, सितारों तुम तो सो जाओ

हमें तो आज की शब पौ फटे तक जागना होगा
यही किस्मत हमारी है, सितारों तुम तो सो जाओ

हमें भी नींद आ जाएगी, हम भी सो जाऐंगे
अभी कुछ बेक़रारी है, सितारों तुम तो सो जाओ

--------------------------------
परेशाँ : disordered, troubled
सुकूते मर्ग : silence before death
तारी : prevalent
शब : night
पौ फटे : till dawn
बेक़रारी : restlessness

कोई टिप्पणी नहीं: