बडी नाजूक हैं ये मंझिल, मोहब्बत का सफर हैं
धडक आहिस्ता से ऐ दिल, मोहब्बत का सफर हैं
कोई सून ले ना ये किस्सा, बहोत डर लगता हैं
मगर डरने से क्या हासिल, मोहब्बत का सफर हैं
बताना भी नहीं आसान, छुपाना भी कठीण हैं
खुदाया किस कदर मुश्किल, मोहब्बत का सफर हैं
उजाले दिल के फैले हैं, चले आओ ना जानम
बहोत ही प्यार के काबिल, मोहब्बत का सफर हैं
शुक्रवार, 10 अगस्त 2007
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