शुक्रवार, 10 अगस्त 2007

तेरे आने की जब खबर महके

तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुश्बू से सारा घर महके

शाम महके तेरे तसव्वुर से
शाम के बाद फिर सहर महके

रात भर सोचता रहा तुझको
ज़हन-ओ-दिल मेरे रात भर महके

याद आए तो दिल मुनव्वर हो
दीद हो जाए तो नज़र महके

वो घड़ी दो घड़ी जहाँ बैठे
वो ज़मीं महके वो शजर महके

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Vocabulary:
तसव्वुर = imagination/imagine about
सहर = dawn/morning
ज़हन-ओ-दिल = mind & heart
मुनव्वर = brilliant/bright/content/happy
दीद = (Deedaar)/sight/to view
शजर = place/surroundings

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Lyrics, गज़ल, Ghazal, Gazal, जगजीत सिंह, जगजीत सिंग, Jagjit Singh,
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