तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुश्बू से सारा घर महके
शाम महके तेरे तसव्वुर से
शाम के बाद फिर सहर महके
रात भर सोचता रहा तुझको
ज़हन-ओ-दिल मेरे रात भर महके
याद आए तो दिल मुनव्वर हो
दीद हो जाए तो नज़र महके
वो घड़ी दो घड़ी जहाँ बैठे
वो ज़मीं महके वो शजर महके
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Vocabulary:
तसव्वुर = imagination/imagine about
सहर = dawn/morning
ज़हन-ओ-दिल = mind & heart
मुनव्वर = brilliant/bright/content/happy
दीद = (Deedaar)/sight/to view
शजर = place/surroundings
Search Strings:
Lyrics, गज़ल, Ghazal, Gazal, जगजीत सिंह, जगजीत सिंग, Jagjit Singh,
Tere aane ki jab khabar meheke
शुक्रवार, 10 अगस्त 2007
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