सरकती जाये है रुख़ से नक़ाब आहिस्ता आहिस्ता
निकलता आ रहा है आफ़ताब आहिस्ता आहिस्ता
जवां होने लगे जब वो तो हमसे कर लिया परदा
हया यकलख़्त आई और शबाब आहिस्ता आहिस्ता
सवाल-ए-वस्ल पे उनको उदू का खौफ़ है इतना
दबे होंठों से देते हैं जवाब आहिस्ता आहिस्ता
हमारे और तुम्हारे प्यार में बस फ़र्क है इतना
इधर तो जल्दी-जल्दी है उधर आहिस्ता आहिस्ता
शब-ए-फ़ुर्क़त का जागा हूँ फ़रिश्तों अब तो सोने दो
कभी फ़ुर्सत में कर लेना हिसाब, आहिस्ता आहिस्ता
वो बेदर्दी से सर काटें ‘अमीर’ और मैं कहूँ उनसे
हुज़ूर आहिस्ता आहिस्ता जनाब आहिस्ता आहिस्ता
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रुख़ : face
नक़ाब : veil
आहिस्ता आहिस्ता : slowly, slowly
आफ़ताब : The Sun
हया : shyness
यकलख़्त : at once, instantaneously
शबाब : youth
सवाल-ए-वस्ल : question about meeting
उदू : competitor, rival
खौफ़ : fear
शब-ए-फ़ुर्क़त : night of separation
फ़रिश्तों : O! angels
फ़ुर्सत : leisure, convenience
हिसाब : an account for deeds
बेदर्दी : cruelty
हुज़ूर : Sir
जनाब : His Excellency
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